भारत के महत्वाकांक्षी डिफेंस प्रोजेक्ट – मिशन विष्णु की आज हम बात करेंगे, जो एक उन्नत हाइपरसोनिक मिसाइल प्रोग्राम है। यह प्रोजेक्ट इस समय वैश्विक स्तर पर सुर्खियों में है और भारत की सैन्य शक्ति को एक नई ऊंचाई तक पहुंचाने की क्षमता रखता है। आइए, इसे विस्तार से समझते हैं।
मिशन विष्णु क्या है?
मिशन विष्णु या प्रोजेक्ट विष्णु भारत की एक अत्याधुनिक रक्षा पहल है, जिसे हाइपरसोनिक क्रूज़ मिसाइलें बनाने के लिए शुरू किया गया है। ये मिसाइलें मैक 5 से अधिक की गति (यानी ध्वनि की गति से पांच गुना तेज़) से यात्रा कर सकती हैं, जिससे इन्हें दुश्मन के डिफेंस सिस्टम द्वारा पकड़ना या रोकना लगभग असंभव हो जाता है। सोशल मीडिया पर किए गए पोस्ट्स के अनुसार, यह मिसाइल सिस्टम भारत के लिए एक गेम-चेंजर है, खासकर जब तुलना चीन की DF-17 और रूस की ज़िर्कॉन जैसी मिसाइलों से की जाती है।
मिशन विष्णु की प्रमुख खूबियाँ
1. प्रकार और स्पीड:
यह एक Extended Trajectory, Long Duration Hypersonic Cruise Missile (ET-LDHCM) है, जिसकी स्पीड 11,000 किमी/घंटा (3 किमी/सेकंड) तक जा सकती है — इसे दुनिया की सबसे तेज़ मिसाइलों में से एक बनाती है।
2. रेंज:
इस मिसाइल की रेंज 1,500 किमी तक है, जिससे यह पाकिस्तान और चीन के अधिकांश हिस्सों को कवर कर सकती है। इसका एक एयर-लॉन्च वर्जन भी है, जिसकी रेंज 700 किमी से अधिक बताई गई है।
3. डीप प्रिसीजन:
यह मिसाइल बेहद सटीकता से लक्ष्य को भेद सकती है, यानी टारगेटिंग एकदम सटीक और प्रभावशाली है।
4. स्ट्रैटेजिक पावर:
यह प्रोजेक्ट भारत की स्ट्राइक कैपेबिलिटी को पूरी तरह बदल देगा और एक मजबूत डिटेरेंस शील्ड (रोकथाम कवच) तैयार करेगा।
इसे कौन बना रहा है?
मिशन विष्णु को भारत की डिफेंस रिसर्च एंड डेवलपमेंट ऑर्गनाइजेशन (DRDO) विकसित कर रही है। यह एक पूरी तरह स्वदेशी प्रोजेक्ट है, यानी इसकी सभी तकनीकें और निर्माण भारत में ही हुआ है। इससे भारत की आत्मनिर्भर रक्षा शक्ति को बढ़ावा मिलता है।
DRDO ने नवंबर 2024 में भी एक लॉन्ग-रेंज एंटी-शिप हाइपरसोनिक मिसाइल का परीक्षण किया था, और अब मिशन विष्णु के साथ यह और आगे बढ़ रहा है।
कब तक होगा तैयार?
सोशल मीडिया पोस्ट्स के मुताबिक, मिशन विष्णु का सतह से सतह पर मार करने वाला वर्जन, जिसकी रेंज 2,500 किमी तक है, शायद मई 2025 तक ऑपरेशनल हो सकता था। लेकिन अब जून 2025 चल रहा है और हाल ही में (जैसे कि 10 जून 2025 को India TV की एक रिपोर्ट में बताया गया), भारत एक अत्याधुनिक हाइपरसोनिक मिसाइल का परीक्षण करने के लिए तैयार है।
यह दिखाता है कि प्रोजेक्ट अपने अंतिम चरण में है, और संभवतः 2025 के अंत तक या 2026 की शुरुआत में पूरी तरह ऑपरेशनल हो सकता है।
यह क्यों है इतना महत्वपूर्ण?
मिशन विष्णु भारत की रक्षा रणनीति में एक ऐतिहासिक कदम है। यह मिसाइल न सिर्फ भारत के दुश्मनों के लिए एक बड़ा खतरा है, बल्कि यह भारत को उन ग्लोबल पावर्स की कतार में ला खड़ा करता है, जिनके पास हाइपरसोनिक तकनीक है – जैसे रूस और चीन। यह भारत की तकनीकी ताकत का प्रतीक है और इससे भारत की स्ट्रैटेजिक स्थिति और भी मजबूत होगी।
निष्कर्ष
दोस्तों, मिशन विष्णु भारत के डिफेंस फ्यूचर का वो पन्ना है जो इतिहास में दर्ज किया जाएगा।
आपको क्या लगता है? क्या ये प्रोजेक्ट भारत को एक नई रक्षा शक्ति बनाएगा?
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