अहमदाबाद में हुए भीषण विमान हादसे के बाद टाटा ग्रुप और एयर इंडिया ने पीड़ित परिवारों के लिए आर्थिक सहायता की घोषणा की है। इस दुखद घटना में जान गंवाने वाले लोगों के परिजनों और एकमात्र जीवित बचे व्यक्ति के लिए तत्काल वित्तीय मदद प्रदान करने का निर्णय लिया गया है। एयर इंडिया ने शनिवार को ऐलान किया कि वह प्रत्येक मृतक के परिवार और जीवित बचे व्यक्ति को 25 लाख रुपये की अंतरिम सहायता राशि देगी। यह राशि टाटा संस द्वारा पहले घोषित 1 करोड़ रुपये की सहायता के अतिरिक्त होगी।
हादसे का विवरण
12 जून 2025 को अहमदाबाद के सरदार वल्लभभाई पटेल अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से लंदन के लिए उड़ान भरने वाली एयर इंडिया की फ्लाइट AI-171, बोइंग 787-8 ड्रीमलाइनर, टेकऑफ के कुछ ही मिनटों बाद मेघाणी नगर इलाके में बीजे मेडिकल कॉलेज के हॉस्टल पर क्रैश हो गई। इस हादसे में विमान में सवार 241 लोगों की मौत हो गई, जिसमें 230 यात्री और 12 क्रू मेंबर शामिल थे। केवल एक यात्री, रमेश विश्वास कुमार, इस हादसे में जीवित बचे। इसके अलावा, हॉस्टल में मौजूद 28 एमबीबीएस छात्रों और एक रेजिडेंट पीजी डॉक्टर की भी मौत हुई।

हादसे की भयावहता ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया। विमान के मलबे से बीजे मेडिकल कॉलेज की इमारत को भी भारी नुकसान पहुंचा, जिसके पुनर्निर्माण में टाटा ग्रुप ने सहायता का वादा किया है।
टाटा ग्रुप की ओर से 1 करोड़ रुपये की सहायता
टाटा ग्रुप के चेयरमैन एन. चंद्रशेखरन ने हादसे के तुरंत बाद एक बयान जारी कर पीड़ित परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त की। उन्होंने घोषणा की कि टाटा ग्रुप प्रत्येक मृतक के परिवार को 1 करोड़ रुपये की आर्थिक सहायता प्रदान करेगा। इसके अतिरिक्त, घायलों के इलाज का पूरा खर्च भी टाटा समूह वहन करेगा। चंद्रशेखरन ने कहा, “हम इस दुखद घटना से गहरे दुखी हैं। हमारी संवेदनाएं उन परिवारों के साथ हैं जिन्होंने अपने प्रियजनों को खोया है। हम इस कठिन समय में प्रभावित परिवारों और समुदायों के साथ मजबूती से खड़े हैं।”
टाटा ग्रुप ने यह भी ऐलान किया कि वे बीजे मेडिकल कॉलेज के क्षतिग्रस्त हॉस्टल के पुनर्निर्माण में सहयोग करेंगे, ताकि वहां के छात्रों को किसी भी असुविधा का सामना न करना पड़े।
एयर इंडिया की ओर से अतिरिक्त 25 लाख रुपये
एयर इंडिया के सीईओ और एमडी कैंपबेल विल्सन ने शनिवार को एक बयान में कहा, “एयर इंडिया इस त्रासदी में जान गंवाने वाले यात्रियों के परिवारों के साथ एकजुटता से खड़ी है। हमारी टीमें इस कठिन समय में पीड़ितों को हर संभव सहायता प्रदान करने के लिए अहमदाबाद में मौजूद हैं।” उन्होंने आगे कहा कि एयर इंडिया प्रत्येक मृतक के परिवार और एकमात्र जीवित बचे व्यक्ति को तत्काल वित्तीय जरूरतों के लिए 25 लाख रुपये की अंतरिम सहायता राशि देगी। यह राशि टाटा संस द्वारा घोषित 1 करोड़ रुपये के मुआवजे के अतिरिक्त होगी।
इस प्रकार, प्रत्येक मृतक के परिवार को कुल 1.25 करोड़ रुपये की आर्थिक सहायता मिलेगी, जिसमें टाटा संस की ओर से 1 करोड़ रुपये और एयर इंडिया की ओर से 25 लाख रुपये शामिल हैं।
अंतरराष्ट्रीय नियमों के तहत मुआवजा
अंतरराष्ट्रीय उड़ानों के लिए मॉन्ट्रियल कन्वेंशन, 1999 के तहत मुआवजे का प्रावधान है। इसके अनुसार, प्रत्येक यात्री के लिए 128,821 स्पेशल ड्राइंग राइट्स (लगभग 1.4 करोड़ रुपये) तक का मुआवजा मिल सकता है, भले ही एयरलाइन की गलती साबित न हो। यदि एयरलाइन की लापरवाही सिद्ध होती है, तो मुआवजे की राशि और अधिक हो सकती है। भारत में घरेलू उड़ानों के लिए भी डीजीसीए के नियमों के तहत समान कवरेज प्रदान किया जाता है।
इसके अतिरिक्त, ट्रैवल इंश्योरेंस पॉलिसी के तहत भी मृतकों के परिवारों को 25 लाख से 1 करोड़ रुपये तक का मुआवजा मिल सकता है, जैसा कि पॉलिसीबाजार के ट्रैवल इंश्योरेंस हेड मीत कपाड़िया ने बताया।
आईएमए की मांग
इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आईएमए) ने टाटा ग्रुप से आग्रह किया है कि मेडिकल छात्रों और डॉक्टरों के परिवारों को भी अन्य पीड़ितों की तरह 1 करोड़ रुपये का मुआवजा दिया जाए। आईएमए ने कहा कि यह कदम चिकित्सा समुदाय के प्रति टाटा समूह की संवेदनशीलता को दर्शाएगा।
जांच और सरकारी कार्रवाई
सरकार ने हादसे के कारणों की जांच के लिए एक उच्च स्तरीय समिति गठित की है। विमान का ब्लैक बॉक्स शुक्रवार शाम को घटनास्थल से बरामद कर लिया गया है, जिससे जांच में मदद मिलेगी। नागरिक उड्डयन मंत्रालय, एनआईए, और एएआईबी इस मामले की गहन जांच कर रहे हैं। मृतकों की पहचान के लिए 240 डीएनए सैंपल एकत्र किए गए हैं, और शवों को परिजनों को सौंपने की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है।
निष्कर्ष
टाटा ग्रुप और एयर इंडिया की इस संवेदनशील पहल ने प्रभावित परिवारों के लिए कुछ हद तक राहत प्रदान करने का प्रयास किया है। इस मुश्किल समय में उनकी यह मदद न केवल आर्थिक सहायता प्रदान करेगी, बल्कि समाज के प्रति उनकी जिम्मेदारी को भी दर्शाती है। देश इस त्रासदी से उबरने की कोशिश कर रहा है, और टाटा समूह व एयर इंडिया का यह कदम प्रभावित परिवारों के लिए एक उम्मीद की किरण बनकर सामने आया है।