11 जून 2025 | News पत्रिका द्वारा
ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला, जो भारतीय वायुसेना के पायलट हैं, आजकल सोशल मीडिया और न्यूज़ में छाए हुए हैं क्योंकि वे पहले भारतीय अंतरिक्ष यात्री बनने जा रहे हैं जो इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन (ISS) पर जाएंगे। यह भारत के अंतरिक्ष इतिहास के लिए एक बड़ा क्षण है, क्योंकि 41 साल बाद कोई भारतीय फिर से अंतरिक्ष की ओर जा रहा है — 1984 में राकेश शर्मा के सोवियत मिशन के बाद पहली बार।
शुभांशु शुक्ला कौन हैं?
शुभांशु शुक्ला 39 वर्ष के हैं और उत्तर प्रदेश के लखनऊ के रहने वाले हैं। वे भारतीय वायुसेना में ग्रुप कैप्टन हैं और पिछले 15 वर्षों से फाइटर और टेस्ट पायलट के रूप में सेवाएं दे रहे हैं। उन्होंने 2,000 से अधिक उड़ान घंटे पूरे किए हैं।
शुक्ला ने 2003 में नेशनल डिफेंस अकादमी (NDA), पुणे से प्रशिक्षण शुरू किया और 2005 में स्नातक किया। 2006 में उन्होंने एयर फोर्स अकादमी (AFA) से कमीशन प्राप्त किया।
2019 में ISRO ने उन्हें गगनयान मिशन के लिए चुना, जो भारत का पहला मानव अंतरिक्ष मिशन है। जनवरी 2025 में, उन्हें Axiom-4 मिशन के लिए पायलट के रूप में चुना गया, जो NASA, ISRO और Axiom Space का एक संयुक्त प्रोजेक्ट है। यह मिशन SpaceX के Falcon 9 रॉकेट के ज़रिए लॉन्च किया जाएगा।

शुक्ला के साथ क्रू में होंगे:
- पैगी व्हिटसन (USA, कमांडर)
- तिबोर कापू (हंगरी)
- स्लावोस उज़्नान्स्की-विजनेव्स्की (पोलैंड)
शुक्ला 14 दिनों तक ISS पर रहेंगे और इस दौरान वे 7 वैज्ञानिक प्रयोग करेंगे, जैसे माइक्रोग्रैविटी में मांसपेशियों का क्षय (muscle loss) और स्पेस में कंप्यूटर स्क्रीन के प्रभावों पर शोध।
वे एक सॉफ्ट टॉय हंस “Joy” भी ले जा रहे हैं, जिसे उनके 6 वर्षीय बेटे कियाश ने चुना है। यह टॉय ज़ीरो ग्रैविटी इंडिकेटर के रूप में काम करेगा।
साथ ही, ISRO और DRDO ने NASA के साथ मिलकर कुछ पारंपरिक भारतीय व्यंजन तैयार किए हैं, जैसे मूंग दाल हलवा, गाजर का हलवा और आमरस, जो अंतरिक्ष में ले जाए जाएंगे।

शुभांशु शुक्ला क्यों ट्रेंड कर रहे हैं?
शुभांशु शुक्ला सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X और मीडिया पर ट्रेंड कर रहे हैं क्योंकि Axiom-4 मिशन, जो कि 11 जून 2025 को शाम 5:30 बजे IST पर लॉन्च होने वाला था, अब एक लिक्विड ऑक्सीजन (LOx) लीक के कारण स्थगित कर दिया गया है।
SpaceX ने यह लीक Falcon 9 रॉकेट के स्टैटिक फायर टेस्ट के बाद पहचाना। ISRO अध्यक्ष डॉ. वी. नारायणन ने कहा कि लीक की मरम्मत और आवश्यक परीक्षणों के बाद ही नई लॉन्च तारीख घोषित की जाएगी।
यह मिशन का चौथा टलना है — पहले यह
- 29 मई,
- फिर 8 जून,
- और 10 जून को खराब मौसम (45% बारिश की संभावना और तेज़ हवाओं) के कारण स्थगित हुआ था।
अब एक बैकअप लॉन्च विंडो 12 जून 2025 को सुबह 7:37 बजे ET पर तय की गई है, लेकिन यह रेंज की उपलब्धता पर निर्भर करती है।